जेम्स एलेन (James Allen) अपनी प्रसिद्ध कृति “दरिद्रता से शक्ति तक” (Poverty to Power) में कहते हैं: Attaining True Prosperity: सच्ची समृद्धि केवल उस व्यक्ति को मिलती है जो सत्यनिष्ठा, विश्वास, उदारता और प्रेम से परिपूर्ण हो। जो हृदय इन गुणों से युक्त नहीं है, वह समृद्धि को नहीं पा सकता है। समृद्धि का अहसास, खुशी की तरह, कोई बाहरी कब्ज़ा नहीं है लेकिन एक अंदरूनी अनुभूति है।
एक तरह से, लालची आदमी करोड़पति बन सकता है, लेकिन वह हमेशा मनहूस, मतलबी और दिल से गरीब होगा। और यहां तक कि खुद को बाहरी रूप से गरीब तब तक मानेगा जब तक कि दुनिया में कोई भी उससे ज्यादा अमीर होगा। जबकि ईमानदार, खुले -हृदय और प्रेम पूर्ण व्यक्ति को सच्ची समृद्धि का एहसास होगा, भले ही उनकी बाहरी संपत्ति मामूली हो।
जबकि, जो असंतुष्ट है वह गरीब है; वह अमीर है जो अपने को जो भी उपलब्ध है उससे संतुष्ट है। और वह बहुत अमीर है जो जितना भी उसके पास है उसमें भी उदार है।
ब्रह्मांड सभी अच्छी चीजों में बहुत दानी व उदार है।
तो, जब हम इस तथ्य पर विचार करते हैं कि ब्रह्मांड सभी अच्छी चीजों में, भौतिक और आध्यात्मिक रूप में भी, बहुत दानी व उदार है। और जब हम इस बात की तुलना मनुष्य की अंधी दौड़ से करते हैैं। ऐसी अंधी दौड़ जैसे: कुछ सोने के सिक्कों को या कुछ एकड़ की धूल को हासिल करना आदि से करते हैं तो हम यह एहसास करते हैं। यह एहसास कि स्वार्थ में कितना अंधेरा व अज्ञानता है, तब हम यह जान जाते हैं कि स्वयं हेतु वस्तुएं जमा करना आत्म-विनाश है।
दरासल, प्रकृति सभी को सब कुछ देती है, बिना भेद किए, और कुछ भी नहीं खोती है। जबकि आदमी सब कुछ कब्ज़ा करके भी सब कुछ खो देता है। यदि आप मानते हैं, जैसा कि अनेक लोग मानते हैं, कि यदि आप सही करते हैं तो सब कुछ गलत हो जाएगा। नहीं ! “प्रतिस्पर्धा” शब्द को अपने सत्य में विश्वास को हिलाने की अनुमति न दें। परवाह नहीं करें कि लोग “प्रतिस्पर्धा के क़ानूनों” के बारे में क्या कहते हैं। लेकिन हमें उस अपरिवर्तनीय कानून को मानना चाहिए जो एक दिन गलत को पछाड़ देगा।
ध्यान रहे कि विनाश कहाँ इंतजार कर रहा है What Kills True Prosperity?
ध्यान रहे कि विनाश कहाँ इंतजार कर रहा है। सभी परिस्थितियों में आप जो सही मानते हैं उसे करते जाएं। और उस सर्वोच्च कानून, उस दिव्य शक्ति पर भरोसा करें जो ब्रह्मांड में सर्वव्यापी है। तो यह आपको कभी नहीं छोड़ कर जाएगी, आप हमेशा सुरक्षित रहेंगे।
इस तरह के विश्वास से, आपके सभी नुकसानों को लाभ में बदल दिया जाएगा। और सभी अभिशाप आशीर्वाद में स्थानांतरित कर दिए जाएंगे। कभी भी सत्यनिष्ठा, उदारता, और प्रेम को न जाने दें। क्योंकि ये ऊर्जा के साथ मिलकर आपको वास्तव में समृद्ध अवस्था में बदल देंगे।
Therefore, Here is the way to attain true prosperity. अपनी आत्मा का विस्तार करें, अपने दिल को प्यार और उदार गर्मजोशी से दूसरों तक पहुंचने दें। फिर उच्चस्तरीय और स्थायी खुशी और समृद्धि आपके पास आएगी। जो लोग धार्मिकता के राजमार्ग से भटक गए हैं वे ही प्रतिस्पर्धा से बचने के उपाय करते हैं। लेकिन जो लोग हमेशा सत्य के मार्ग पर चलते हैं, उन्हें इस बारे में परेशान होने की जरूरत नहीं है।
जो ईमानदारी को पराजित करने की कोशिश करेंगे तो…?
तो मान लिजिए, यह कोई खोखला बयान नहीं है। आज ऐसे लोग हैं जिन्होंने ईमानदारी और विश्वास की शक्ति से सभी प्रतिस्पर्धाओं को धता बता दिया है। और जिन्होने बिना अपने रास्ते से भटके स्पर्धा का मुकाबला किया, उनकी समृद्धि में तेजी से वृद्धि हुई है। जबकि वे जो ईमानदारी और विश्वास को पराजित करने की कोशिश करते थे वे स्वयं पराजित हो गए हैं।
अत:एव, उन आंतरिक गुणों का अधिकारी होना जो अच्छाई का निर्माण करते हैं। वे बुराई की सभी शक्तियों के खिलाफ एक कवच हैं और परीक्षा के घड़ी में दोगुनी रक्षा करते है। और उन गुणों में खुद को स्थापित करने से एक ऐसी सफलता का निर्माण होता है जिसे हिलाया नहीं जा सकता है।और आप एक ऐसी समृद्धि में प्रवेश करेंगे जो हमेशा के लिए होगी, चिरस्थायी होगी। That is Like Attaining True and Everlasting Prosperity.
Featured Image: Pexels Copyright Ⓒ2020 Rao TS – All Rights ReservedFollow Rao TS